वाल्मीकि हमारी आस्था हैं व आंबेडकर हमारा रास्ता हैं : समदर्श वेद जोसफ डॉ. अंबेडकर के विचारों, उनके संघर्ष और संविधान निर्माण में उनके योगदान को रेखांकित किया गया शिक्षा व समाजसेवा में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को किया गया सम्मानित : भगवान वाल्मीकि शोभायात्रा कमेटी के बैनर तले आयोजित समारोह में जुटे बड़ी संख्या में गणमान्य चण्डीगढ़ : सेक्टर-37 स्थित लॉ भवन में भगवान वाल्मीकि शोभायात्रा कमेटी द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर विशाल कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें सैंकड़ों की संख्या में समाजसेवी, धर्मगुरु, बुद्धिजीवी वर्ग और आम नागरिकों ने भाग लिया। इस ऐतिहासिक आयोजन में डॉ. अंबेडकर के विचारों, उनके संघर्ष और संविधान निर्माण में उनके योगदान को रेखांकित किया गया, साथ ही शिक्षा, समानता और सामाजिक न्याय के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया गया। शिक्षा और खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों सहित समाज सेवा और सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय लोगों को ट्रॉफी और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अगुवाई कमेटी के चेयरमैन समदर्श वेद जोसफ और ओमपाल चावर सिंह ने की। समदर्श वेद जोसफ ने इस अवसर पर कहा कि वाल्मीकि हमारी आस्था हैं, अंबेडकर हमारा रास्ता हैं, जो समाज के लिए प्रेरणा का संदेश है। समारोह में मुख्य अतिथि कुलदीप चंद अग्निहोत्री, संजय टंडन, विक्रांत खंडेलवाल, देवेंद्र सिंह, मनीष बंसल, ओपी ड्रेविड, जय नारायण, यशवीर बेदी समेत कई धर्मगुरु और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में समदर्श वेद जोसफ, पवन अटवाल और काली आदिवाल की प्रमुख भूमिका रही, वहीं सहयोगियों में विशाल (कालू), शिवा चौहान, पंकज मास्टर, विशाल बिल्ला, रवि आदिवाल, लव कुमार, दिवेश, सुभाष तमोली, रविता खेरवाल, सुनील पहलवान, मुकेश बॉक्सर, आनंद बॉक्सर, रजत बॉक्सर, उदेश पोहाल, सोनिया चड्डा, ज्योति हंस, बबिता (डड्डूमाजरा), सोनिया दुग्गल, मीणा चड्डा और सुरजीत खेड़ा सहित सैकड़ों लोगों ने अपनी ज़िम्मेदारियां निभाईं। यह आयोजन न केवल डॉ. अंबेडकर की विरासत को सहेजने की एक कोशिश रहा, बल्कि समाज में एकता, जागरूकता और बदलाव की दिशा में भी एक सशक्त संदेश बनकर उभरा।

डॉ. अंबेडकर जयंती पर समाजसेवियों का सम्मान, एकता और जागरूकता का संदेश।

डॉ. अंबेडकर जयंती पर सामाजिक सम्मान समारोह आयोजित

वाल्मीकि हमारी आस्था हैं व आंबेडकर हमारा रास्ता हैं : समदर्श वेद जोसफ
डॉ. अंबेडकर के विचारों, उनके संघर्ष और संविधान निर्माण में उनके योगदान को रेखांकित किया गया
शिक्षा व समाजसेवा में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को किया गया सम्मानित : भगवान वाल्मीकि शोभायात्रा कमेटी के बैनर तले आयोजित समारोह में जुटे बड़ी संख्या में गणमान्य

चण्डीगढ़ : सेक्टर-37 स्थित लॉ भवन में भगवान वाल्मीकि शोभायात्रा कमेटी द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर विशाल कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें सैंकड़ों की संख्या में समाजसेवी, धर्मगुरु, बुद्धिजीवी वर्ग और आम नागरिकों ने भाग लिया। इस ऐतिहासिक आयोजन में डॉ. अंबेडकर के विचारों, उनके संघर्ष और संविधान निर्माण में उनके योगदान को रेखांकित किया गया, साथ ही शिक्षा, समानता और सामाजिक न्याय के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया गया। शिक्षा और खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों सहित समाज सेवा और सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय लोगों को ट्रॉफी और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अगुवाई कमेटी के चेयरमैन समदर्श वेद जोसफ और ओमपाल चावर सिंह ने की। समदर्श वेद जोसफ ने इस अवसर पर कहा कि वाल्मीकि हमारी आस्था हैं, अंबेडकर हमारा रास्ता हैं, जो समाज के लिए प्रेरणा का संदेश है। समारोह में मुख्य अतिथि कुलदीप चंद अग्निहोत्री, संजय टंडन, विक्रांत खंडेलवाल, देवेंद्र सिंह, मनीष बंसल, ओपी ड्रेविड, जय नारायण, यशवीर बेदी समेत कई धर्मगुरु और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में समदर्श वेद जोसफ, पवन अटवाल और काली आदिवाल की प्रमुख भूमिका रही, वहीं सहयोगियों में विशाल (कालू), शिवा चौहान, पंकज मास्टर, विशाल बिल्ला, रवि आदिवाल, लव कुमार, दिवेश, सुभाष तमोली, रविता खेरवाल, सुनील पहलवान, मुकेश बॉक्सर, आनंद बॉक्सर, रजत बॉक्सर, उदेश पोहाल, सोनिया चड्डा, ज्योति हंस, बबिता (डड्डूमाजरा), सोनिया दुग्गल, मीणा चड्डा और सुरजीत खेड़ा सहित सैकड़ों लोगों ने अपनी ज़िम्मेदारियां निभाईं। यह आयोजन न केवल डॉ. अंबेडकर की विरासत को सहेजने की एक कोशिश रहा, बल्कि समाज में एकता, जागरूकता और बदलाव की दिशा में भी एक सशक्त संदेश बनकर उभरा।