हाथरस के सिकंदराराऊ में हुए सत्संग हादसे में 116 लोगों की मौत हो गई। सत्संग के बाद भोले बाबा मैनपुरी के बिछवां स्थित आश्रम में पहुंच गए हैं, जहां पहले से ही सैकड़ों अनुयायी मौजूद थे। इस हादसे के बाद बाबा की गतिविधियों पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। बाबा के आश्रम पहुंचने पर वहां पर सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दी गई है।
भोले बाबा का सत्संग हाथरस के सिकंदराराऊ में चल रहा था। सत्संग के दौरान अचानक भगदड़ मच गई, जिससे 116 लोगों की मौत हो गई और करीब डेढ़ सैकड़ा लोग घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ, जब बाबा सत्संग से निकल रहे थे। भगदड़ के बाद बाबा का तुरंत कोई पता नहीं चला, लेकिन देर शाम पता चला कि बाबा बिछवां स्थित अपने आश्रम में हैं।
मैनपुरी के बिछवां स्थित आश्रम में बाबा के पहुंचने की सूचना मिलते ही सैकड़ों अनुयायी वहां जमा हो गए। बाबा के आने की चर्चा पहले से ही चल रही थी, इसलिए अनुयायियों ने आश्रम में एकत्र होना शुरू कर दिया था। बाबा के आश्रम पहुंचने के बाद पुलिस भी वहां पहुंच गई, लेकिन बाबा ने उनसे मुलाकात नहीं की।
मीडियाकर्मियों ने बाबा से हादसे पर बात करने की कोशिश की, लेकिन बाबा ने किसी से भी बात करने से इनकार कर दिया। पुलिस ने भी इस मामले पर अभी कोई टिप्पणी नहीं की है। लोगों के बीच चर्चा है कि रात में बाबा को हिरासत में लिया जा सकता है, लेकिन फिलहाल पुलिस ने इस पर कोई पुष्टि नहीं की है।
इस हादसे के बाद बाबा के अनुयायियों और पुलिस प्रशासन के बीच तनाव बना हुआ है। पुलिस ने आश्रम के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है और अनुयायियों को आश्रम में प्रवेश करने से रोका जा रहा है। घटना की जांच जारी है और प्रशासन स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहा है। बाबा के अगले कदम का सभी को इंतजार है और पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।
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