ग़ज़ा के नुसरत रिफ्यूजी कैंप में इसराइली हवाई हमले में एक स्कूल पर बमबारी हुई, जिसमें कम से कम 16 लोग मारे गए हैं। फ़लस्तीनी अधिकारियों के अनुसार, इस हमले में कई लोग घायल भी हुए हैं। हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि इस बिल्डिंग में हजारों शरणार्थी रह रहे थे, जो इस हमले के शिकार हो गए।
इसराइली सेना ने दावा किया है कि उसने अल-जाउनी स्कूल के इलाके में मौजूद इमारतों से अपनी गतिविधियां चला रहे ‘आतंकवादियों’ पर हमले किए हैं। इस दावे के बावजूद, नुसरत कैंप के स्कूल पर हुए हमले के बाद इलाके में भारी नुकसान और तबाही देखी गई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि हमले के बाद पूरे इलाके में धुआं और मलबा फैल गया था, और लोग चीखते हुए वहां से भागने की कोशिश कर रहे थे।
कैंप में मौजूद एक घर पर भी इसराइली सेना द्वारा हमला किए जाने की ख़बर है, जिसमें दस लोगों की मौत हो गई है। यह हमले ग़ज़ा के हालात को और भी गंभीर बना रहे हैं, जहां पहले से ही तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। इसराइली सेना और फ़लस्तीनी समूहों के बीच संघर्ष बढ़ता जा रहा है, जिससे आम नागरिकों की जान-माल को भारी नुकसान हो रहा है।
नुसरत कैंप के स्कूल पर हुए हमले के बाद सामने आए वीडियो में बच्चे और बड़े लोग चीखते हुए धुएं से भरी गली में भागते हुए नजर आ रहे हैं। गली पूरी तरह धूल और मलबे से भरी हुई थी, जिससे वहां का वातावरण बेहद भयावह हो गया था। इस तरह की घटनाएं ग़ज़ा के आम नागरिकों के लिए अत्यधिक कठिनाइयों का कारण बन रही हैं।
इस घटना के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की जा रही है कि वे ग़ज़ा में जारी हिंसा को रोकने के लिए तुरंत हस्तक्षेप करें। आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और शांति स्थापित करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि ऐसी त्रासद घटनाएं दोबारा न हों।
More Stories
ब्रिटेन चुनाव में स्टार्मर की शानदार जीत!