डॉ. सजीना खान, जिन्हें हाल ही में मुंबई में आयोजित मिडडे इंडिया इन्फ्लुएंसर अवार्ड्स 2024 में प्रतिष्ठित बेस्ट सेलर लेखक पुरस्कार से नवाजा गया, साहित्य की दुनिया में एक प्रभावशाली नाम हैं। उनकी लेखन यात्रा, जो चंडीगढ़ से शुरू हुई और दुबई तक विस्तृत हो गई, शब्दों की शक्ति के माध्यम से दुनिया भर के पाठकों को प्रेरित करती है। उनकी नवीनतम पुस्तक, वाउंड्स और वंडर्स, उनके लेखन कौशल और गहरी भावनात्मक अंतर्दृष्टि का प्रमाण है, जिसने वैश्विक पाठकों के दिलों में अपनी जगह बनाई है।
सजीना खान ने अपने करियर की शुरुआत कविताओं के माध्यम से की, और आज वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साहित्य की एक प्रमुख पैरोकार मानी जाती हैं। उनकी लेखनी में गहरे सामाजिक और व्यक्तिगत मुद्दों का विश्लेषण मिलता है, जो उनकी समकालीन जीवन और मानव अस्तित्व की जटिलताओं को समझने की क्षमता को दर्शाता है। उनकी कृतियाँ, जैसे द चैंबर ऑफ एक्सप्रेशंस, फ्रॉम शैडोज टू सोल्स, और इकोज ऑफ द हार्ट, पाठकों को जीवन की कठिनाइयों और खूबसूरती का एक नया दृष्टिकोण प्रदान करती हैं।
लेखन के क्षेत्र में डॉ. खान की उपलब्धियाँ असाधारण हैं। उन्हें 50 से अधिक प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्कार मिल चुके हैं, और उनकी कृतियों ने कई बार अमेज़न बेस्टसेलर का स्थान प्राप्त किया है। उनके लेखन ने न केवल आलोचकों की सराहना प्राप्त की है, बल्कि वे पाठकों के दिलों को छूने में भी सफल रही हैं।
शैक्षणिक क्षेत्र में भी डॉ. खान का योगदान अतुलनीय है। उन्होंने न केवल कई डिग्रियाँ हासिल की हैं, बल्कि ट्रिनिटी कॉलेज से टीईएसओएल और यूनेस्को से प्रमाणपत्र प्राप्त कर अपनी शिक्षा को और मजबूत किया है। यह दिखाता है कि उनके पास ज्ञान की एक गहरी प्यास है, जिसे वह अपने लेखन और शिक्षा के क्षेत्र में लागू करती हैं।
दुबई में रहते हुए, डॉ. सजीना खान ने साहित्यिक समुदाय में एक विशेष स्थान बनाया है। वह एक प्रेरक वक्ता, टोस्टमास्टर, और नवोदित लेखकों के लिए सलाहकार के रूप में सक्रिय रूप से कार्य करती हैं। उनके नेतृत्व में युवा कवि और लेखक अपने लेखन कौशल को निखारने का अवसर प्राप्त कर रहे हैं, जिससे साहित्यिक क्षेत्र को नई प्रतिभाएँ मिल रही हैं।
उनकी संगठनात्मक भूमिकाओं में भी उनकी कुशलता झलकती है। वह प्रतिष्ठित ग्रुप के हेड ऑफ डिपार्टमेंट के रूप में कार्य करती हैं और ए आर वी इंस्पेक्शन टीम की बोर्ड मेंबर भी हैं। इसके साथ ही, लीडर्स टोस्टमास्टर क्लब में वाईस प्रेसिडेंट का पद संभालते हुए, उन्होंने कई वक्ताओं और लेखकों को प्रेरित किया है।
सजीना खान न केवल एक लेखिका हैं, बल्कि एक समाजसेविका भी हैं। वह हीलिंग हिमालय फाउंडेशन की संस्थापक सदस्य हैं, जो हिमालय के क्षेत्र में सफाई पहलों के लिए प्रसिद्ध है। साथ ही, संयुक्त अरब अमीरात में उनके कई स्वयंसेवी प्रयास उन्हें एक परोपकारी व्यक्ति के रूप में भी पहचान दिलाते हैं।
यूएई बुक फ़ोरम की संस्थापक के रूप में, उन्होंने पूरे मिडिल ईस्ट में पढ़ने की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक मंच तैयार किया है। यह मंच लेखकों को न केवल पहचान दिलाता है, बल्कि एक ऐसा वातावरण भी बनाता है जहाँ साहित्य का विकास हो सके और साहित्य प्रेमी आपस में संवाद कर सकें।
डॉ. खान की यात्रा केवल साहित्य तक सीमित नहीं है, बल्कि वह जीवन के हर पहलू में संतुलन और सुंदरता खोजने में विश्वास करती हैं। उनकी लेखन शैली, जो भावनाओं और अनुभवों को गहराई से छूती है, पाठकों को खुद के जीवन में झाँकने और उन्हें समझने का मौका देती है।
उनकी सफलता की यह कहानी प्रेरणा का एक ज्वलंत उदाहरण है कि कैसे शब्दों के माध्यम से दुनिया को बदला जा सकता है। डॉ. सजीना खान, अपनी लेखनी के माध्यम से, केवल कहानियाँ नहीं लिखतीं, बल्कि अपने पाठकों के जीवन को एक नई दिशा और उद्देश्य प्रदान करती हैं।
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