Panchayat elections!

Increasing role of youth and women in Panchayat elections!

पंचायत चुनावों में युवाओं और महिलाओं की बढ़ती भूमिका!

लोक एकता मंच ने चंडीगढ़ प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का मुख्य उद्देश्य पंजाब में आगामी पंचायत चुनाव में युवाओं और महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना था। डॉ. मनजीत सिंह रंधावा, श्री स्वरन सिंह, शैशनदीप कौर, निर्मल ऋषि और अमनप्रीत कौर संधू जैसे प्रमुख वक्ताओं ने मीडिया को संबोधित किया। वे इस बात पर जोर दे रहे थे कि युवाओं और महिलाओं को पंचायत चुनावों में अधिक सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए ताकि समाज में सकारात्मक परिवर्तन आ सके।

युवाओं और महिलाओं की भूमिका:
वक्ताओं ने यह बात कही कि अगर युवा और महिलाएं राजनीति में आगे आएं, तो इससे समाज में नए विचार और ऊर्जा का संचार होगा। उन्होंने बताया कि इतिहास गवाह है कि जब भी युवा और महिलाएं नेतृत्व में आई हैं, तो विकास की नई राहें खुली हैं। उनके विचार में, यह एक ऐसा समय है जब महिलाओं और युवाओं को आगे आकर नेतृत्व करना चाहिए, ताकि वे अपनी शक्ति और दृष्टिकोण से समाज को बदल सकें।

बुजुर्गों की सलाह और समर्थन:
प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी चर्चा हुई कि बुजुर्गों का अनुभव और सलाह नई पीढ़ी के लिए कितनी महत्वपूर्ण है। वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि बुजुर्गों को अपने अनुभव का लाभ युवाओं को देना चाहिए और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन करना चाहिए। इस प्रकार, युवा और बुजुर्ग मिलकर समाज में बदलाव ला सकते हैं।

पंचायत चुनाव में भागीदारी की अपील:
वक्ताओं ने पंचायत चुनावों में अधिक से अधिक भागीदारी की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि हर गांव का पाँचवां हिस्सा भी इस चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाता है, तो बदलाव निश्चित है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हर एक व्यक्ति की भागीदारी महत्वपूर्ण है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। पंचायत चुनावों में युवाओं और महिलाओं की भागीदारी से न केवल स्थानीय विकास में सुधार होगा, बल्कि यह लोकतंत्र को भी मजबूत बनाएगा।

उम्मीदें और भविष्य की दिशा:
लोक एकता मंच के इस प्रयास के पीछे यह उम्मीद है कि आने वाले समय में पंजाब की राजनीति में नई ऊर्जा और विचारधारा का प्रवेश होगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में वक्ताओं ने यह विश्वास जताया कि अगर युवा और महिलाएं आगे आकर नेतृत्व करेंगी, तो समाज में एक नया परिवर्तन देखने को मिलेगा। इस बदलाव के माध्यम से, वे पंजाब को एक नई दिशा देने की उम्मीद करते हैं, जहां विकास और समृद्धि के नए आयाम होंगे।