Action should be taken against so-called Baba

हाथरस कांड में तथाकथित बाबा सूरजपाल के खिलाफ कार्रवाई कर कड़ी सजा दी जाए: जीरख!

लुधियाना, 8 जुलाई (हरचंद भिंडर): लुधियाना जोन की एक महत्वपूर्ण बैठक आज जोन कार्यालय के नजदीक बस स्टैंड लुधियाना में आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता जोनल संगठन प्रमुख जसवन्त जीरख ने की। बैठक में कुहारा, मालेर कोटला, जगरानो, समतर और लुधियाना की इकाइयों के पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई, जिनमें यूपी के हाथरस जिले के गांव फुलरई में 2 जुलाई को सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत और कई अन्य के घायल होने की घटना भी शामिल थी। इस घटना से जुड़े नेताओं ने एफआईआर में स्वयंभू बाबा सूरजपाल का नाम शामिल करने और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

बैठक में यह भी मांग की गई कि देश में अंधविश्वास के खिलाफ सख्त कानून बनाए जाएं ताकि लोगों को मानसिक, शारीरिक और आर्थिक शोषण से बचाया जा सके। नेताओं ने आम जनता से अपील की कि वे इन पाखंडियों के जाल में न फंसे और अपने परिवार का नुकसान न करें। इसके अलावा, एक जुलाई को देशभर में लागू नए कानूनों के विरोध के संबंध में जिला और तहसील स्तर पर प्रतियां जलाने और अधिकारियों को मांग पत्र सौंपने पर भी चर्चा हुई। प्रोफेसर शेख हुसैन और अरुंधति रॉय के 14 साल पुराने मामले पर यूएपीए के तहत मुकदमा चलाने की भी निंदा की गई।

बैठक में 21 जुलाई को जालंधर में होने वाले सम्मेलन और रोश मुजाहरा में पूर्ण भागीदारी पर भी चर्चा की गई। इसके अलावा, पिछले दिनों जोन द्वारा बच्चों के लिए आयोजित शमर कैम्प पर भी चर्चा हुई। इस समय यह मांग उठी कि वयस्कों के लिए भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। निर्णय लिया गया कि सामान्य अस्पतालों को शव देने की प्रक्रिया को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए एक सेमिनार आयोजित किया जाएगा, जिसकी तारीख जल्द ही तय की जाएगी।

इस बैठक में आगामी चेतना परख परीक्षा की तैयारी पर भी चर्चा की गई। साथ ही पत्रिका के नवीनतम अंक का विमोचन किया गया और इकाइयों को वितरित किया गया। बैठक में तर्कशील पत्रिका के संपादक बलवीर लोंगोवाल, धर्मपाल सिंह, करतार वीरान, मोहन बडला, करनैल सिंह, समशेर नूरपुरी, बलविंदर सिंह, राजिंदर जंडियाली, गुरिंदर जंडियाली और गुरमेल सिंह उपस्थित थे।

अंत में, नेताओं ने अंधविश्वास और पाखंड के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने के लिए सभी से अपील की और समाज में जागरूकता फैलाने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि इस दिशा में निरंतर प्रयास किए जाएंगे ताकि समाज में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और तार्किक सोच को बढ़ावा दिया जा सके।