मोहाली स्थित पार्क ग्रेशियन अस्पताल ने चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाते हुए अपने अत्याधुनिक रोबोटिक आर्थ्रोप्लास्टी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का शुभारंभ किया है। यह सेंटर उन्नत तकनीकों से लैस है और विशेष रूप से ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी को अधिक सुरक्षित, तेज़ और प्रभावी बनाने के लिए समर्पित है।
इस सेंटर का नेतृत्व डॉ. भानु प्रताप सिंह सलूजा कर रहे हैं, जो ऑर्थोपेडिक्स के क्षेत्र में 20 वर्षों का अनुभव रखते हैं और अब तक 25,000 से अधिक सफल ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी कर चुके हैं। उनका मानना है कि रोबोटिक तकनीक के माध्यम से ऑर्थोपेडिक सर्जरी को नए आयाम पर ले जाया जा सकता है।
इस अत्याधुनिक सेंटर में रोबो सुइट, रोबो 3डी, रोबो आई और रोबो आर्म जैसी तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। यह तकनीकें सर्जरी को अधिक सटीक, दर्द रहित और तेज़ रिकवरी के लिए उपयुक्त बनाती हैं। इसके परिणामस्वरूप मरीजों को कम दर्द, कम हॉस्पिटल स्टे और जल्दी स्वस्थ होने का लाभ मिलेगा।
डॉ. सलूजा ने बताया कि इस उन्नत तकनीक के ज़रिए सर्जरी का समय केवल 10-12 मिनट तक सीमित किया जा सकता है। इसके अलावा, इस प्रक्रिया में टांके, कैथेटर या बड़े निशान की जरूरत नहीं होती, जिससे मरीजों को अधिक आरामदायक उपचार का अनुभव मिलेगा।
इस सेंटर में रोबोटिक तकनीक की मदद से किए जाने वाले प्रमुख उपचारों में रोबोटिक हिप और नी रिप्लेसमेंट, जटिल रिवीजन सर्जरी, स्पोर्ट्स मेडिसिन, आर्थ्रोस्कोपी, शोल्डर, एल्बो और एंकल जॉइंट रिप्लेसमेंट शामिल हैं। यह सेंटर ऑर्थोपेडिक्स और ट्रॉमा केयर में भी विशेषज्ञता रखता है।
सबसे खास बात यह है कि यह सेंटर पहले 100 मरीजों के लिए मुफ्त रोबोटिक तकनीक प्रदान करेगा। इस पहल के तहत मरीजों को सिर्फ उपचार की लागत वहन करनी होगी, जबकि रोबो 3डी, रोबो आई और रोबो आर्म जैसी रोबोटिक सुविधाएँ बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध कराई जाएंगी।
सेंटर में 3डी ऑगमेंटेड रियलिटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी उपयोग किया जाएगा, जिससे सर्जरी अधिक कुशल और व्यक्तिगत रोगी आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलित की जा सकेगी। यह तकनीक सर्जनों को सटीक निर्णय लेने में सहायता करेगी, जिससे ऑपरेशन के नतीजे और भी बेहतर होंगे।
यह सेंटर मरीजों को तेज़ रिकवरी का लाभ देगा। यहाँ इलाज करवाने वाले मरीज मात्र चार घंटे के भीतर चलने-फिरने में सक्षम होंगे और दो दिनों के भीतर सामान्य जीवन जी सकेंगे। यह पारंपरिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी की तुलना में एक बड़ा बदलाव है।
पार्क ग्रेशियन अस्पताल की यह पहल न केवल उत्तरी भारत में चिकित्सा सेवाओं को उन्नत करने का कार्य करेगी, बल्कि देशभर में ऑर्थोपेडिक उपचार के नए मानक स्थापित करेगी। अस्पताल ने यह सुनिश्चित किया है कि रोबोटिक तकनीक केवल बड़े शहरों तक सीमित न रहे, बल्कि हर ज़रूरतमंद तक पहुँचे।
रोबोटिक आर्थ्रोप्लास्टी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत के साथ, पार्क ग्रेशियन अस्पताल ने ऑर्थोपेडिक्स की दुनिया में एक नया अध्याय लिखा है। यह पहल आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में एक नई क्रांति साबित होगी, जिससे मरीजों को बेहतरीन और विश्वस्तरीय उपचार मिल सकेगा।
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