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फोर्टिस कैंसर इंस्टीट्यूट, मोहाली में उन्नत कैंसर उपचार तकनीकों का प्रदर्शन!

फोर्टिस कैंसर इंस्टीट्यूट, मोहाली में उन्नत कैंसर उपचार तकनीकों का प्रदर्शन!

चंडीगढ़, 9 सितंबर 2024: फोर्टिस कैंसर इंस्टीट्यूट, मोहाली ने एडवांस्ड सरफेस गाइडेड रेडिएशन थेरेपी (एसजीआरटी) और कॉम्प्रीहेंसिव ऑन्कोलॉजी सेवाओं का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर आयोजित सेमिनार में एलेक्टा वर्सा एचडी नामक अत्याधुनिक उपकरण का प्रदर्शन किया गया, जो कैंसर के उपचार में सटीकता और कुशलता को बढ़ाता है। यह तकनीक फोर्टिस अस्पताल, मोहाली में उपलब्ध है, जो उत्तरी भारत के सबसे एडवांस्ड कैंसर उपचार केंद्रों में से एक है।

सेमिनार का आयोजन फोर्टिस कैंसर इंस्टीट्यूट के ऑन्को-सर्जरी विभाग द्वारा किया गया था, जिसमें प्रमुख चिकित्सक डॉ. नरेंद्र भल्ला, डॉ. मनीषी बंसल, और डॉ. अभिषेक पुरी शामिल थे। इस सेमिनार में क्षेत्र के कई प्रतिष्ठित अस्पतालों और संस्थानों के विशेषज्ञों ने भाग लिया। सेमिनार के दौरान एसजीआरटी तकनीक का परिचय, विभिन्न कैंसर उपचार में इसके अनुप्रयोग, और भविष्य की चुनौतियों पर गहन चर्चा की गई।

फोर्टिस अस्पताल, मोहाली में उपयोग की जाने वाली एलेक्टा वर्सा एचडी तकनीक ने कैंसर उपचार में क्रांति ला दी है। यह तकनीक सबमिलीमीटर सटीकता के साथ ट्यूमर को रेडिएशन की उच्च खुराक प्रदान करती है, जिससे उपचार की प्रभावशीलता बढ़ जाती है और स्वस्थ ऊतकों पर प्रभाव कम होता है। यह विशेष रूप से छोटे ट्यूमर, जैसे ब्रेन मेटास्टेसिस, आर्टिरिवनोस-मलफार्मेशन, और अन्य जटिल स्थितियों के लिए अत्यधिक प्रभावी है।

डॉ. नरेंद्र भल्ला ने बताया कि फोर्टिस अस्पताल, मोहाली, एसजीआरटी तकनीक से सुसज्जित एकमात्र केंद्र है जो रेडिएशन थेरेपी के दौरान रोगी की स्थिति और उपचार के दौरान लगातार निगरानी करता है। यह तकनीक स्तन, फेफड़े, और प्रोस्टेट कैंसर जैसे विभिन्न कैंसरों के उपचार में विशेष रूप से कारगर साबित हो रही है। इसके अलावा, सरफेस गाइडेंस तकनीक डीप इंस्पिरेटरी ब्रीथ होल्ड (डीआईबीएच) जैसी उन्नत विधियों का समर्थन करती है, जिससे उपचार के दौरान महत्वपूर्ण अंगों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है।

समापन में, डॉ. भल्ला ने एसजीआरटी और अन्य उन्नत कैंसर उपचार विधियों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि ये तकनीकें रोगियों के जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने बताया कि कैंसर के विभिन्न चरणों के आधार पर, इन तकनीकों का उपयोग करके कम सत्रों में प्रभावी उपचार संभव है, जिससे रोगियों को जल्दी और अधिक सटीक रूप से इलाज मिल सके।