Meeting of evergreen songs: Evening decorated with tunes, honoring the artists

सदाबहार गीतों की महफिल: सुरों से सजी शाम, कलाकारों का सम्मान!

सदाबहार फिल्मी गानों से सजी महफिल, कलाकार हुए सम्मानित!

चंडीगढ़, 11 अगस्त 2024: जया गोयल सोशल वेलफेयर सोसाइटी ने सावन मास के उपलक्ष्य में मनीमाजरा के एक होटल में सदाबहार गानों से सजी महफिल का आयोजन किया। इस कार्यक्रम की अगुवाई सोसाइटी की प्रेसिडेंट और समाजसेवी जया गोयल ने की। इस महफिल में ट्राइसिटी सहित पंजाब और हरियाणा से आए अव्यवसायिक गायकों ने हिस्सा लिया और अपने गायन से श्रोताओं का दिल जीत लिया। गायकों ने लता मंगेशकर, किशोर कुमार, मोहम्मद रफी और आशा भोंसले जैसे दिग्गज गायकों के गानों को अपनी आवाज़ में प्रस्तुत किया, जिससे श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। इस कार्यक्रम में 25 से अधिक गायकों ने भाग लिया, जिन्होंने इस शाम को यादगार बना दिया।

कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में कर्नल (रिटायर्ड) सीएम शर्मा, कर्नल विक्रम सिंह और समाजसेवी प्रियंका राठौर ने शिरकत की। इनका स्वागत समाजसेवी और कार्यक्रम की आयोजक जया गोयल, उमेश कुमार गोयल और सुशील कुमार गोयल ने पुष्पगुच्छ देकर किया। इसके बाद दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस कार्यक्रम में आंगनवाड़ी महिलाओं ने हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध लोक नृत्य नाटी की भी प्रस्तुति दी, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।

जया गोयल ने अपने प्रारंभिक भाषण में सोसाइटी द्वारा किए गए समाज कल्याण कार्यों का विवरण दिया और सभी गणमान्य अतिथियों व श्रोताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए ओम सन्स और जेपी हेल्थकेयर का विशेष धन्यवाद दिया। जया गोयल ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अव्यवसायिक गायकों को एक मंच प्रदान करना था, ताकि वे अपने अंदर के छिपे हुए हुनर को सबके सामने ला सकें। इसके साथ ही, सदाबहार गानों के माध्यम से प्रतिष्ठित गायकों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देना भी इस कार्यक्रम का एक प्रमुख उद्देश्य था।

कार्यक्रम के दौरान अव्यवसायिक गायकों ने एक से बढ़कर एक सदाबहार फिल्मी गाने प्रस्तुत किए, जिनमें “मेघा रे मेघा रे,” “आज मौसम बड़ा बेईमान है,” “अब के बरस सावन में,” और “ओ सजना बरखा बहार” जैसे गानों ने श्रोताओं का मन मोह लिया। इन प्रस्तुतियों ने पूरे कार्यक्रम में एक संगीतमय माहौल बना दिया, जिससे श्रोता झूमने पर मजबूर हो गए और तालियों की गड़गड़ाहट से महफिल गूंज उठी।

कार्यक्रम के अंत में, जया गोयल और अन्य गणमान्यों ने सभी कलाकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर संगीत का प्रबंधन राजबीर द्वारा किया गया था और मंच संचालन कंचन भल्ला ने किया। इस तरह, यह संगीत से सजी महफिल न केवल एक मनोरंजन का साधन बनी, बल्कि अव्यवसायिक गायकों को अपनी प्रतिभा दिखाने का एक अनूठा मंच भी प्रदान किया।